मैं और मेरा बेपनाह इश्क , sad shayari love story
मैं और मेरा बेपनाह इश्क ,
आज दोनो ये सवाल कर बैठे.खो गए उन गुज़रे वक़्त के तन्हाइयो मे
और बेवजह ये अपना हाल कर बैठे.
दिल ने भी तसल्ली दी की वो आएंगे लौटकर कभी.
और हम रो-रो कर अपना बुरा हाल कर बैठे.!!
फिरते रहे दर बदर इस आरज़ू मे.
भूल गए थे की वो अब मेरे नही ,
बस उन्हें चाहने की मजाल कर बैठे.
गर कभी होते वो तन्हा तो उन्हें एहसास तो होता.
उनकी ख्वाईश मे हम जीना बेहाल कर बैठे.!!
जिन्दगी तो लुटा दी उसके इश्क में
और वह मेरे इश्क पर भी सवाल कर बैठे
अब तो मोहब्बत से भरोसा ही उठ गया यारों
मुझे तो उसने ही धोका दिया
जिस बेवफा के लिए हम अपनी जिन्दगी तबाह कर बैठे
अब तो जिन्दह रहने में भी एक दर्द सा होता है
दिन हो या रात यह दिल हर वक्त बस रोता है
सोंचता हूँ कि बदल जाऊँ मैं भी
उसकी तरह किसी और के स॓ग जिन्दगी बिताऊं मैं भी
लेकिन फिर से खयाल बेवफाई का आता है
फिर से यह दिल सहम सा जाता है
और सोंचता हूँ कि जिन्दगी अपनी
क्यों हम बरबाद कर बैठे
खुश थे जिन्दगी से हम अपनी
क्यों उस बेवफा से हम इतना प्यार कर बैठे
मैं और मेरा बेपनाह इश्क ,
आज दोनो ये सवाल कर बैठे.
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